तीन सालों में रेलवे का होगा पूर्ण डिजिटलीकरण, होगी 40 हजार करोड़ की बचत

नई दिल्ली : इसमें कोई शक नही कि मोदी सरकार में रेल विभाग ने यात्रियों को कई सुविधाएं उपलब्ध कराई है.रेल मंत्रालय अगले तीन सालों में रेलवे को पूरी तरह से डिजिटल करने के लिए कमर कस चुका है यदि ऐसा हुआ तो न केवल रेलवे को लाभ होगा , बल्कि यात्रियों की सुविधाओं में भी इजाफा होगा.

बता दें कि डिजिटल करने के इस प्रयास में रेलवे को हालाँकि 10 से 12 हजार करोड़ रुपए खर्च करने पड़ेंगे , लेकिन इससे रेलवे को लगभग 40 हजार करोड़ रुपये की भारी बचत भी होगी.आईआर-वन आईसीटीसी (वन इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टैक्‍नोलॉजी) बिल्डिंग डिजिटल रेलवे थीम पर आयोजित एक सेमिनार में यह बात रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कही.

इस विषय पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि ‘पिछले कई वर्षों से आईटी क्षेत्र में भारी वृद्धि देखी गई है. इस क्षेत्र में बहुत अधिक अवसर हैं. आईटी उद्योग ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है और भारत में इसके लिए बहुत संभावनाएं  हैं. रेल मंत्री ने भारतीय रेलवे की उपलब्धियां भी गिनवाईं. उन्होंने कहा कि भारतीय रेल का मतलब केवल संचालन से ही नहीं है भारतीय रेलवे में चिकित्सा, शिक्षा, समाज, पर्यावरण जैसे विभिन्न क्षेत्रों की अन्य बहुत सी गतिविधियां शामिल हैं.

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