वस्तु निर्यात घटा, स्वर्ण आयात 85 फीसदी बढ़ा

नई दिल्ली : कारोबारी साल की निराशाजनक शुरुआत को प्रदर्शित करते हुए देश का वस्तु निर्यात अप्रैल महीने में 14 फीसदी गिरावट के साथ 22.05 अरब डॉलर का रहा। इस दौरान स्वर्ण आयात 85 फीसदी बढ़ा। अप्रैल 2014 में 25.63 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़े के मुताबिक, आलोच्य अवधि में इस साल अप्रैल में देश का व्यापार घाटा 11 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में 10.08 अरब डॉलर था।

इस दौरान तेल आयात 42.65 फीसदी घटकर 7.44 अरब डॉलर का रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में 12.98 अरब डॉलर था। गैर तेल आयात इस दौरान 12.58 फीसदी बढ़कर 25.60 अरब डॉलर का रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में 22.74 अरब डॉलर का हुआ था। इसमें स्वर्ण आयात भी शामिल है। स्वर्ण आयात 85 फीसदी बढ़कर 19.65 अरब डॉलर का रहा, जो एक साल पहले 10.596 अरब डॉलर का हुआ था। देश का समग्र आयात इस दौरान 7.48 फीसदी घटकर 33.04 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 35.72 अरब डॉलर का था।

सर्वाधिक निर्यात वाले कमोडिटी में रहे तंबाकू (24.28 फीसदी), मसाले (19.60 फीसदी), सेरामिक उत्पाद (15.67 फीसदी), कालीन (14.17 फीसदी), हस्तशिल्प (13.46 फीसदी), काजू (10.71 फीसदी), औषधि (9.73 फीसदी) और अनाजों से तैयार उत्पाद (8.08 फीसदी)। आलोच्य अवधि में सर्वाधिक आयात वाले कमोडिटी में रहे ऊर्वरक (70.70 फीसदी), परिवहन उपकरण (69.44 फीसदी), दाल (42.45 फीसदी), इलेक्ट्रॉनिक गुड्स (30.01 फीसदी), कृत्रिम रेजिन और प्लास्टिक (19.35 फीसदी), फल और सब्जियां (17.03 फीसदी), लोहा और इस्पात (16.01 फीसदी) और इलेक्ट्रॉनिक एवं गैर इलेक्ट्रॉनिक मशीनें (10.11 फीसदी)।

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी इसी तरह के एक अन्य आंकड़े के मुताबिक, मार्च महीने में सेवा क्षेत्र में निर्यात 1.88 फीसदी कम 14.04 अरब डॉलर का रहा, जो एक साल पहले 14.31 अरब डॉलर का था। इस दौरान सेवा क्षेत्र का आयात 7.42 फीसदी कम 7.86 अरब डॉलर का रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में 8.49 अरब डॉलर का था। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (एफआईईओ) ने कहा कि पेट्रोलियम निर्यात में अत्यधिक गिरावट और कुछ अन्य महत्वपूर्ण कमोडिटी में तीखी गिरावट के कारण समग्र निर्यात में इतनी अधिक गिरावट दर्ज की गई।

आलोच्य अवधि में पेट्रोलियम निर्यात 46.5 फीसदी घटा। इस कमोडिटी का देश के कुल वस्तु निर्यात में 20 फीसदी योगदान होता है। एफआईईओ के अध्यक्ष एस.सी. रल्हन ने एक बयान में कहा, "दिसंबर 2014 से निर्यात में गिरावट दर्ज की जा रही है, मार्च महीने से हालांकि इस गिरावट में कुछ कमी आई है। इसका प्रमुख कारण कच्चे तेल, धातु और अन्य कई कमोडिटी मूल्य में कमी होना है।"

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