ज़्यादा तेल में सिकी भिन्डी बढ़ा सकती है कोलोस्ट्रोल

भिंडी में फाइबर पाया जाता है जो कि पाचन तंत्र के लिए बहुत लाभदायक होता है. यह कब्ज को दूर करता है, जिससे गैस व एसिडिटी जैसी समस्याएं परेशान नहीं करती हैं.

भिंडी में पोटैशियम सहित विटामिन और खनिज दोनों पाए जाते हैं. पोटैशियम शरीर में उचित द्रव संतुलन को बनाए रखने के लिए आवश्यक है, क्योंकि यह सोडियम को संतुलित रखता है. इसके अलावा, पोटैशियम रक्त वाहिकाओं और धमनियों को तनाव मुक्त भी रखता है व रक्तचाप को भी कम करता है.

1-भिंडी में उपस्थित विटामिन ए और एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को स्वस्थ बनाते हैं. वह इसलिए, क्योंकि एंटीऑक्सीडेंट फ्री- रेडिकल्स को बेअसर करने में सक्षम हैं जिन्होंने शायद त्वचा कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त कर दिया हो.

2-भिंडी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को बलशाली बनाते हैं. विटामिन सी रोग जनक जीवाणुओं के आक्रमण पर शरीर मे सफेद रक्त कणिकाओं की संख्या बढ़ा देता है, ये कणिकाएं शरीर को रोगों से बचाती हैं.

3-भिंडी में बहुत अधिक मात्रा में ओजलेट पाया जाता है. ओजलेट गुर्दे और पित्त में पथरी के खतरे को बढ़ा देता है. तेल में सेकी हुई भिंडी की सब्जी खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल स्तर तेजी से बढ़ता है. इसलिए अगर आप अपने शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखना चाहते हैं तो इसे किसी दूसरे तरीके से पकाएं.

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