नरसिंह राव ने नेहरू - गांधी परिवार से अलग जगाई थी उम्मीद

नई दिल्ली : अक्सर लोकप्रिय हस्तियों द्वारा पुस्तक लिखने के बाद विवाद गहरा जाते हैं। इन पुस्तकों में कुछ ऐसी बाते होती हैं जो कि सभी को प्रभावित करती हैं। जी हां, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार संजय बारू ने भी ऐसा ही कुछ किया है। दरअसल उन्होंने अपनी एक पुस्तक में महत्वपूर्ण बात लिखी है। इस पुस्तक में शामिल किया गया है कि भूतपूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंहराव ने साबित कर दिया था कि नेहरू-गांधी परिवार से अलग अन्य नेता कांग्रेस की उम्मीद हो सकते हैं।

उन्हें नेतृत्व के लिए भारत रत्न दिया जा सकता था। संजय ने लिखा है कि मनमोहन सिंह एकमात्र कांग्रेसी नेता थे जिन्होंने नियमित रूप से और समर्पण के साथ नरसिंह राव को श्रद्धांजलि दी । मगर कांग्रेस प्रमुख ने उनके निधन के बाद अपने मुख्यालय के दरवाजे बंद कर दिए थे। दरअसल राव पर नेहरू - गांधी परिवार के स्वामित्व को खत्म करने का आरोप लगा था।

संजय बारू ने अपनी पुस्तक 1991 हाउ पीवी नरसिंह राव मेड हिस्ट्री लिखी। जिसमें उन्होंने लिखा कि राव का निधन हुआ तो पार्टी मुख्यालय के द्वारा बंद करने वाले व पूर्व अध्यक्ष को आधिकारिक अंतिम विदाई देने से इन्कार किया। दरअसल राव का अच्छा प्रभाव था और नेहरू गांधी परिवार का स्वामित्व उनके नेतृत्व में खत्म होता नज़र आ रहा था।

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