नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत द्वारा संसद के निम्न सदन लोकसभा में दिए गए भाषण पर बवाल मच गया। दरअसल उन्होंने भारत रत्न डाॅ. आंबेडकर को याद करते हुए संविधान में किए गए परिवर्तनों पर टिप्पणी की थी और कहा था कि अनुच्छेद 370 को बाबा साहेब आंबेडकर भी लागू करना नहीं चाहते थे। केंद्रीय मंत्री थावरचंद ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की मृत्यु को लेकर भी चर्चा की। जिस पर विपक्ष ने हंगामा मचाया। विपक्ष ने अपने दोनों नेताओं पर की गई टिप्पणी को उनका अपमान माना। जिसके बाद सदन में जमकर हंगामा मच गया। नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने इस पर आपत्ती ली। मगर बाद में सांसद और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इस पर केंद्रीय मंत्री को कहा कि केंद्रीय मंत्री ने इन दोनों नेताओं की मृत्यु का कारण कांग्रेस की गलत नीतियों को बताया है। यह कुछ ठीक बात नहीं है। ऐसे में केंद्रीय मंत्री विपक्ष से माफी मांग लें। ऐसे में केंद्रीय मंत्री थावरचंद ने अपनी टिप्पणी पर खेद जताते हुए कहा कि उनका आशय किसी की भावनाओं को उद्वेलित करना या ठेस पहुंचाना नहीं था। उन्हें इस पर खेद है।