नई दिल्ली : कांग्रेस लंबे समय से अटके पड़े गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स विधेयक को पास कराने के पक्ष में आती दिख रही है। कांग्रेस इस बिल को सशर्त मंजूरी देने के फेवर में है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अगर सरकार उनके व अन्य दलों द्वारा मांगे गए संसोधनों पर विचार करे तो पार्टी इसे समर्थन दे सकती है। आजाद ने कहा कि हम इसे बड़ा मुद्दा बनाने के पक्ष में नहीं है। अगर सरकार संशोधन की मांग करने वाले कांग्रेस तथा अन्य दलों को संतुष्ट करती है तो कोई समस्या नहीं है। हांला कि उन्होने यह भी साफ किया कि इस बारे में अभी बोलना जल्दबाजी होगा क्योंकि मानसून सत्र में अभी डेढ़ महीने का वक्त है। कांग्रेस का कहना है कि वो बिल का समर्थन तभी करेगी जब केंद्र सरकार ऊपरी कर सीमा के तौर पर 18 प्रतिशत को सुनिश्चित करे। राज्यों के बीच कर बंटवारे को लेकर होने वाले विवादों के लिए स्वतंत्र व्यवस्था स्थापित करे। इससे उम्मीद है कि अगले मानसून सत्र में यह बिल पास हो जाएगा।