RBI की मौद्रिक नीति समीक्षा पर टिकी निवेशकों की नज़र

मुंबई : देश के शेयर बाजारों में अगले सप्ताह निवेशकों की निगाह प्रथम तिमाही में कंपनियों के परिणामों और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समीक्षा पर टिकी रहेगी. अगले सप्ताह निवेशकों की नजर संसद के मानसून सत्र के घटनाक्रमों, मानसून की प्रगति, विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (FPI) और घरेलू संस्थागत निवेश (DII) के आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रुझान, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और तेल की कीमतों पर भी बनी रहेगी.

भारतीय रिजर्व बैंक चार अगस्त को अगली मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करेगा. रिजर्व बैंक की रेपो दर अभी 7.25 फीसदी है. मौजूदा कारोबारी साल की प्रथम तिमाही (अप्रैल-जून) के कारोबारी परिणाम जारी करने का दौर जारी है. अगस्त के दूसरे सप्ताह तक शेयर बाजारों में सूचीबद्ध कंपनियों के परिणाम आते रहेंगे। इस दौरान निवेशक परिणाम के साथ कंपनी प्रबंधन द्वारा की जाने वाली आगामी तिमाहियों की आय की भविष्यवाणी में निवेश के अवसर तलाशेंगे.

सोमवार को मोंसैंटो इंडिया, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, मंगलवार को टीवी टुडे नेटवर्क और हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज, बुधवार को दीपक फर्टिलाइजर्स एंड पेट्रोकेमिकल्स कारपोरेशन और एनडीटीवी, शुक्रवार को भेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स जैसी कंपनियां अपने परिणाम जारी करेंगी.

आगामी सप्ताह वाहन कंपनियों के शेयरों पर भी निवेशकों की नजर रहेगी. ये कंपनियां एक अगस्त से जुलाई महीने में हुई बिक्री के आंकड़े जारी करना शुरू करेंगी.

तेल विपणन कंपनियां यदि तेल में कोई संशोधन करती हैं, तो उसका असर सोमवार को इन कंपनियों के शेयरों पर दिखेगा. तेल विपणन कंपनियां हर महीने के मध्य और आखिर में गत दो सप्ताह के अंतर्राष्ट्रीय मूल्यों के आधार पर घरेलू रिटेल मूल्यों में संशोधन करती हैं.

राजनीतिक मोर्चे पर संसद के मानसून सत्र की गतिविधियों पर निवेशकों की नजर रहेगी। गत सप्ताह शुरू हुआ मानसून सत्र 13 अगस्त, 2015 तक चलेगा.

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