ललित-राजे विवाद में बड़ा खुलासा, पद्म सम्मान के लिया दिया था आवेदन

जयपुर : ललित मोदी विवाद में एक के बाद एक नया नाम सामने आ रहा है और हर दिन एक नया चौकाने वाला खुलासा सामने आता है. ललित मोदी और राजे के विवाद में एक नयी बात सामने आई है. सूचना के अनुसार 2007 में तत्कालीन भाजपा सरकार ने ललित मोदी के लिए केन्द्र से पद्म सम्मान से नवाजे जाने की सिफारिश की थी. सिफारिश 28 जुलाई, 2007 को खेल परिषद द्वारा करवाई गयी थी. ललित मोदी के नाम की सिफारिश क्रिकेट और खेलों में अच्छे सहयोग के लिए की गई थी. मोदी का कितना बिजनेस है और उनकी कंपनी किस-किस क्षेत्र में सक्रिय है. साथ ही क्रिकेट में वे किन-किन पदों का लाभ लिया हैं ये सभी जानकारी आवेदन में बताई गयी है, इसके साथ यह भी विवरण दिया गया है कि 2006 में मोदी ने जयपुर में चैंपियंस ट्रॉफी के छह मैच का आयोजन करवाया था.   राजे सरकार ने ललित मोदी से मंगवाया था आवेदन खेल परिषद को निर्देश देकर RCA अध्यक्ष ललित मोदी से राजे सरकार ने स्वयं आवेदन मंगवाया था. तब परिषद के सचिव यूडी खान ने आरसीए के सचिव सुभाष जोशी को एक प्रोफार्मा भेजकर आवेदन की मांग पहुचाई थी. खेल परिषद ने सम्पूर्ण सूचना नहीं होने की चलते RCA को पत्र लिखा था. 27 जुलाई, 2007 को जोशी ने परिषद सचिव को फिर से सूचना प्रदान की थी और अगले ही दिन परिषद पत्र भिजवा कर आगे की कार्यवाही की लिए प्रमुख शासन सचिव को निर्देश दिए थे. एक ललित मोदी के लिए और दूसरी अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज लिंबाराम के साथ आवेदन दिया गया था. लेकिन दोनों को ही सम्मान नहीं मिला था.

क्या है वसुंधरा-ललित विवाद

ललित मोदी द्वारा वसुंधरा राजे के बेटे की कंपनी में अत्यधिक प्रीमियम पर 11 करोड़ रूपये का निवेश किया था, जिससे राजे को बड़ा लाभ मिला था. चुनाव आयोग के समक्ष दाखिल राजे के एक हलफनामे में दिखाया गया था कि अपने सांसद बेटे दुष्यंत सिंह के मालिकाना हक वाली कंपनी नियंत हेरीटेज होटल में उनके 3280 शेयर हैं. ललित ने हर 10 रूपये के शेयर के लिए 96,000 रूपये प्रति शेयर की अधिक दर से 11 करोड़ रूपये इस कंपनी में निवेश किये थे.

लेकिन बाद में राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष अशोक परनामी ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि ये शेयर उन्हें दुष्यंत और उनकी पत्नी निहारिका ने जन्मदिन पर उपहार स्वरुप दिए थे. परनामी के अनुसार दुष्यंत और उनकी पत्नी ने राजे के जन्म दिन पर उन्हें क्रमश: 1615 और 1655 शेयर उपहार में दिए थे. वसुंधरा पर धौलपुर महल को ललित मोदी संग मिल कर निजी सम्पति में तब्दील करने का भी आरोप लगाया गया है.

Related News