अपने निधन पर अवकाश रखने के खिलाफ थे कलाम : चंद्रबाबू

विशाखापटनम ​: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति ए. पी. जे. अब्दुल कलाम इसके खिलाफ थे कि उनके निधन पर अवकाश घोषित किया जाए। दरअसल तेलंगाना में कलाम के निधन पर मंगलवार को राज्य में एक दिन का राजकीय अवकाश घोषित किया गया है, जबकि पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश में आज सामान्य दिनों की तरह ही काम-काज चल रहा है। नायडू ने राज्य सचिवालय में कलाम को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "मेरे मरने पर अवकाश घोषित नहीं किया जाए, बल्कि एक अतिरिक्त दिन काम करें। यह उनका संदेश था।" उन्होंने कहा कि कलाम और सिंगापुर के पूर्व प्रधानमंत्री ली कुआन यीव महान नेता थे, जो यह चाहते थे कि उनके निधन पर देश में अवकाश घोषित नहीं किया जाए। नायडू ने यहां कलाम को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट के मौन की अध्यक्षता की।

उन्होंने राज्य में सभी सरकारी कार्यालयों से दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति के लिए श्रद्धांजलि सभा आयोजित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के कार्यालयों में भी कलाम को श्रद्धांजलि दी जाएगी। नायडू ने लोगों से कलाम की तरह राष्ट्र निर्माण के लिए जीवन समर्पित करने का आग्रह किया। नायडू ने कहा कि कलाम हमेशा लोगों के लिए विशेषकर युवाओं के लिए प्रेरणा बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि उनका सौभाग्य रहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के शासनकाल में राष्ट्रपति पद के लिए कलाम का नाम प्रस्तावित करने वालों में वह भी शामिल थे।

उन्होंने कहा, "मैंने भी तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को सुझाव दिया था कि अब्दुल कलाम राष्ट्रपति पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार हैं। वह युवाओं को प्रेरित करेंगे और देश की प्रतिष्ठा बढ़ाएंगे।" नायडू ने कहा कि वह कभी वह दिन नहीं भूलेंगे, जब कलाम राज्य सचिवालय स्थित उनके कार्यालय आए थे और देश के बारे में अपने विचार उनके साथ साझा किए थे।

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