परवेज मुशरफ का पाठ पढ़ाने की वजह से स्कूल मुसीबतों के घेरे में

जबलपुर : पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को महापुरुष की श्रेणी में समिल्लित करते हुए पाठ पढ़ाने वाले स्कूल क्राइस्ट आशा पर मुसीबतों के बादल मंडरा रहे है. आयुक्त स्कूल शिक्षा विभाग भोपाल द्वारा डीईओ से स्कूल के संबंध में मिली शिकायत और जांच कमेटी द्वारा की गई पूरी जांच का रिकाॅर्ड मांगा गया. इस रिकॉर्ड को तुरंत डीईओ द्वारा भोपाल भेजा गया.

इस मालमे में सूत्रों का कहना है कि मुशर्रफ को महापुरुष बताने पर स्कूल विभाग के खिलाफ मान्यता समाप्त करने जैसे कड़े कदम उठाये जा सकते है. वहीं कुछ लोगों ने शिकायत कर स्कूल प्रबंधन पर देशद्रोह का इल्जाम भी लगाया है. ऐसे में स्कूल प्रबंधन की मुसीबतें बढ़ती ही जा रही है.

स्कूल प्रबंधन किसी भी तरह से इन आरोपों से मुक्त होने का प्रयास कर रहा है. वहीं आज यह निश्चित किया जाएगा कि जांच रिपोर्ट के बाद स्कूल पर किस धारा के अंतर्गत कार्रवाई की जाए. यह डीईओ सतीश अग्रवाल कलेक्टर व एसपी से मुलाकात के बाद तय किया जायेगा. उनके निर्देश के अनुसार ही स्कूल पर किन धाराओ के तहत कार्रवाई की जायेगी ये तय किया जाएगा.

इस सम्बन्ध में  डीईअो ने जानकारी दी कि स्कूल क्राइस्ट आशा जो कि अवधपुरी में स्थित है. उसे माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा मान्यता प्रदान की गयी है. अब चूंकि स्कूल को माशिमं से मान्यता प्राप्त है तो स्वाभाविक रूप से स्कूल को एमपी बोर्ड के पाठयक्रम से ही बच्चों को अध्यापन कराना चाहिए मगर यहां ऐसा नहीं है. यह स्कूल एनसीईआरटी पाठयक्रम की पुस्तकें चला रहा है. इसकी भी जांच पड़ताल की जावेगी. सूत्रों ने जानकारी दी कि शहर में एेसे कई स्कूल हैं जो एमपी बोर्ड के पाठयक्रम के बजाय अपने प्रकाशक या फिर एनसीईआरटी की पुस्तकें चला रहे हैं जो कि उचित नहीं है.

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