बीजिंग: चीनी मीडिया में तस्वीरों के साथ खबर फैल रही थी कि चीन ने अपना पहला लडा़कू विमान बना लिया है. इसी महीने जे-20 नाम का ये विमान परीक्षण उड़ान भरेगा. 2017 तक इसके चीनी सेना में शामिल होने के संकेत है| जानकारी के अनुसार चीन का जे-20 अमेरिकी एयरफोर्स के एफ-22 रैप्टर से बड़ा है. इस पर बड़ी मिसाइलों की तैनाती की जा सकती है. इसके अलावा हवा में ही ईंधन भरा जा सकता है बताया जाता है की अमेरिकी एफ-22 की दूसरी तकनीकों को हासिल करने में इस विमान को अभी 10 से 15 साल और लगेंगे| चीन के इस कदम से अमेरिका तथा अन्‍य पड़ोसी मुल्‍कों में बेचैनी बढ़ गई है चीन अपने लड़ाकू विमानों के लिए आधुनिक इंजनों को विकसित कर रहा है इनमे आधुनिक पनडुब्बियां, एअरक्राफ्ट कैरियर और सैटेलाइट रोधी मिसाइलें भी सम्मिलित है|