तिआनजिन : चीन और रूस ने साथ मिलकर हाल ही में एक हेलीकॉप्टर का निर्माण किया है और उसने आज बुधवार को अपनी पहली उड़न भी भर ली है. बताया जा रहा है की तिआनजिन अंतर्राष्ट्रीय हेलीकॉप्टर प्रदर्शनी में सामने आये इस हेलीकाप्टर को खास इसलिए डिज़ाइन किया गया है कि इससे चीन की भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखा जाये. मामले में एविएशन इंडस्ट्री कार्पोरेशन के हेलीकाप्टर विभाग के एक अधिकारी का यह कहना है कि इस हेलीकाप्टर को ऐसा बनाया गया है ताकि ये उच्च तापमान के साथ ही उच्च अक्षांशीय वाली परिस्थितियों में भी आसानी से अपनी उड़ान को अंजाम दे सके. साथ ही उन्होंने यह भी बताया है कि यह विमान 300 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से उड़ने के साथ ही 38.2 टन का वजन भी आसानी से उठा सकता है. इसके साथ ही इसे हेलीकॉप्टर उत्खनक, कार्गो कंटेनर और हल्के तकनीकी वाहन ढोने के काम में भी लिया जा सकता है. गौरतलब है कि चीन और रुस ने इस परियोजना को आगे बढ़ाने को लेकर 8 मई को एक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे. जिसमे यह भी बात साफ़ की गई थी कि सभी हेलीकॉप्टर्स का निर्माण चीन में ही होगा. साथ ही इनका उपयोग आपदा से बचाव के साथ ही राहत कार्यों में भी किया जाना है.