पप्पी(पप्पू)- कल जो मैंने एक बच्चे से पूछा, पढ़ाई कैसी चल रही है? उसका जवाब आया... आंटी जी, .... .... समंदर जितना सिलेबस है, .... .... नदी जितना पढ़ पाते हैं, .... .... बाल्टी जितना याद होता है, .... .... गिलास भर लिख पाते हैं, .... चुल्लू भर नंबर आते हैं .... और उसी में डूब कर मर जाते हैं...! पप्पू ने जोरदार ठहाका लगाया- हा...हा... हा....।