नई दिल्ली : इसरो के पूर्व प्रमुख माधवन नायर इन दिनों सीबीआई के घेरे में आ गए हैं। दरअसल निजी मल्टी मीडिया कंपनी द्वारा कथित तौर पर 578 करोड़ रूपए का लाभ पहुंचाने के मसले पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने इसरो के प्रमुख माधवन नायर से दूसरे दिन पूछताछ की। दरअसल उन पर आरोप लगाए गए है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान बेंगलुरू की एक अयोग्य कंपनी को जी सैट 6, जीसैट 6 ए, उपग्रहों और भू स्थिति प्रणाली क माध्यम से एस. बैंड का उपयोग कर मोबाईल फोन और वाहन से मोबाईल रिसीवर्स हेतु अधिकार दिए गए थे। कंपनी को वीडियो सेवा का अधिकार भी दिया गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जी. माधवन नायर पर पूछताछ की कार्रवाई पहली मर्तबा ही हो रही है। उल्लेखनीय है कि माधवन अंतरिक्ष विभाग के सचिव थे। वे अंतरिक्ष कॉर्पोरेशन के पद पर भी आसीन थे। माधवन नायर के ही साथ के आर श्रीधरा मूर्ति, एमजी चंद्रशेखर और आर विश्वनाथ पर भी सवाल उठाए गए हैं।