कत्थे से मलेरिया भगाये

अगर आप पान खाने के शौकीन हैं तो कत्थे के बारे में भी जरुर जानते होंगे. कत्थई रंग के दिखने वाले इस कत्थे के बिना, पान कभी स्वाद नहीं दे सकता. पर क्या आप जानते हैं कि पान में लगाया जाने वाला कत्था औषधीय गुणों से भरा होता हैकत्था, खैर के वृक्ष की लकड़ी से निकाला जाता है.

कत्थे के फायदे -

1-आयुर्वेद के अनुसार कत्था, ठंडा, कडुवा, तीखा व कसैला होता है यह कुष्ठ रोग, मुख रोग, मोटापा, खांसी, चोट, घाव, रक्त पित्त, मलेरिया, दांतों की बीमारी, दमा रोग, गले की खराश, कान दर्द,  2-समय-समय पर इसकी समान मात्रा में गोली बनाकर चूसने से मलेरिया से बचाव किया जा सकता है. 3-कत्थे को मंजन में मिला कर दांतों व मसूढ़ों पर रोज सुबह शाम मलने से दांत के सारे रोग दूर होते हैं. 4-कत्था का सुबह शाम सेवन करने से खट्टी डकार बंद हो जाती है. 5-सफेद कत्थे को पीस कर गुनगुने पानी में मिला कर कानों में डालने से कान दर्द दूर होता है. 6-अगर आप लगातार खांसी से परेशान हैं, तो कत्थे को हल्दी और मिश्री के साथ एक-एक ग्राम की मात्रा में मिलाकर गोलियां बना लें.

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