बढ़ते ग्लोबलाइजेशन के वजह से सभी देशो के बीच की दूरिया कम हो चुकी हैं.देश की फूड एंड पर्सनल केयर, ऑटोमोबाइल, स्मार्टफोन, सॉफ्टवेयर आदि कम्पनियो का बिजनेस आज ग्लोबल लेवल पर पहुंच चूका हैं. जिसकी वजह से विदेशी भाषा का नॉलेज होना ज़रूरी हो गया हैं. विदेशी भाषा की बढ़ती अहमियत की वजह से इस क्षेत्र में नौकरी के अवसरों में भी वृद्धि हुई हैं.जो युवा एक या एक से अधिक भाषा की समझ रखते हैं उनके लिए नौकरी के अवसर भी अनेक हैं. वर्क प्रोफाइल किन्ही भी दो देशो के बीच बातचित करने के लिए इंटरप्रेटर की मांग रहती हैं.इंटरप्रेटर का काम किसी भी एक भाषा को समझ कर उसको दूसरी भाषा में ट्रांसलेट करना होता हैं.इनकी ट्रांसलेशन की स्पीड में मेन भाषा से आधा मिनिट पीछे रहती हैं.संसद जैसे कई अनेक संस्थाओ में इंटरप्रेटर और ट्रांसलेटर की ज़रूरत ही होती हैं. पर्सनल स्किल एक ट्रांसलेटर के तौर पर आपको एक अच्छा कहानीकार भी होना चाहिए और यह सब आपके विदेशी भाषा की पकड़ पर आधारित होती हैं.आपको भाषा के तकनीकी पक्ष की भी अच्छी समझ होना चाहिए. इसके अलावा अच्छी कम्युनिकेशन स्किल, दूसरों की बात सुनने की स्किल और एनालिटिकल स्किल यह सब भी ज़रूरी हैं. अगर आप एक अच्छे ट्रांसलेटर बनना चाहते हैं तो आपको विदेशी भाषा के साथ-साथ अंग्रेजी और हिंदी भाषा की भी अच्छी समझ होनी चाहिए और साथ ही व्याकरण, वाक्य संरचना और उससे जुड़ी संस्कृति व इतिहास की भी जानकारी होना आवश्यक हैं. कई जगह पर इंटरप्रेटर के पद के लिए अच्छी पर्सनैलिटी भी देखी जाती हैं. और ऐसे लोग जो घूमने-फिरने के शौकीन हैं वो भी इस क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. नौकरियों में तरजीह किसी भी बहुभाषी एम्प्लॉयी के लिए इस क्षेत्र में ग्रोथ के अवसर अधिक होते हैं. आज के समय में एक से अधिक भाषा की समझ रखने वालो के लिए बहुराष्ट्रीय कंपनियों में अवसर अनेक हैं.दिन पर दिन फॉरेन लैंग्वेज की इंपॉर्टेंस बढ़ती ही जा रही हैं. सोशल सर्विस, इंफॉर्मेशन सर्विस, कम्युनिकेशन सर्विस, हैल्थ एंड मेडिकल सर्विस, होटल इंडस्ट्री, ट्रैवल इंडस्ट्री, फाइनेंस सेक्टर, आर्ट्स, साइंस और लीगल प्रोफेशन में सेकंड लैंग्वेज स्किल पर ज्यादा जोर दिया जाता है. अवसर कहां-कहां फॉरेन लैंग्वेज स्पेशलिस्ट के लिए सरकारी और निजी क्षेत्रों में नौकरी के अवसर अनेक हैं. सरकारी क्षेत्र जैसे दूतावास, सरकारी विभाग, टूरिज्म इंडस्ट्री, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर, मनोरंजन उद्योग, जनसंपर्क, विज्ञापन, प्रकाशन उद्योग, एविएशन सेक्टर, एफएमसीजी उद्योग, शैक्षणिक संस्थान आदि जगहों में करियर के कई अवसर उपलब्ध हैं. बीपीओ और कॉल सेंटर के साथ ही बैंकिंग सेक्टर में ट्रांसलेटर की मांग भी अधिक हैं.बड़े स्तर पर काम करने वाली कम्पनियो को ग्लोबल मार्केट को इंक्रीज करने के लिए बहुभाषी लोगों की आवश्यकता होती हैं. इसके अलावा अगर आप किसी विदेशी पत्र-पत्रिकाओं या टीवी चैनलों में काम करना चाहते हैं तो आप वहां की भाषा के जानकारों को विदेश में संवाददाता के रूप में रख सकते हैं.इसके अलावा करियर के अनेक अवसर हैं फ्रीलांस ट्रांसलेटर ,डिजिटल प्लेटफॉर्म फ्रीलांस अनुवादकों के लिए अच्छा करियर ऑप्शन हैं यहाँ आप ऑनलाइन कंटेंट राइटर या टेक्निकल ट्रांसलेटर बनकर अच्छी कमाई कर सकते हैं. कोर्स व क्वॉलिफिकेशन इस क्षेत्र में कई संस्थान फॉरेन लैंग्वेज में पीएचडी, डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स करवाते हैं.12वीं पास युवाओ के लिए इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं.सभी कोर्सेस के अनुसार क्राइटेरिया निर्धारित हैं.कई संस्थान एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा लेते हैं.यह ज़रूरी नही हैं की अच्छी फॉरेन लैंग्वेज के लिए इंग्लिश सीखना भी ज़रूरी हैं. सैलरी पैकेज सरकारी क्षेत्र में ट्रांसलेटर या इंटरप्रेटर के सैलेरी पैकेज भी अच्छे होते हैं.ट्रांसलेटर के तौर पर आप शुरुआत में ही 20 से 30 हजार रूपए मासिक कम सकते हैं.इस तरह इंटरप्रेटर के तौर पर आप 40 से 50 हजार रुपए प्रति माह कमा सकते हैं. अगर आप यही काम विदेशी कंपनी के साथ करते हैं तो आप लाखो रूपए कमा सकते हैं.कई अनुवादक फ्रीलांसर के तौर पर घर बैठे अच्छी कमाई कर सकते हैं.होटल और टूरिज्म इंडस्ट्री में गाइड के तौर पर आप एक ही दिन में हजारों रुपए की कमाई कर सकते हैं. इसके अलावा स्कूल कॉलेजों में विदेशी भाषा के शिक्षक के तौर पर काम करके भी अच्छी सैलेरी कमा सकते हैं. प्रमुख संस्थान स्कूल ऑफ लैंग्वेज जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी इग्नू, दिल्ली