भारत को यूरेनियम की आपूर्ति करेगा कनाडा

कनाडा के साथ संबंधों का एक नया अध्याय शुरू करते हुए भारत ने अपने असैन्य परमाणु कार्यक्रम के लिए बुधवार को करोड़ों डॉलर के यूरेनियम की आपूर्ति के लिए एक समझौता किया। भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा ऑन अराइवल की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा कनाडा के प्रधानमंत्री   स्टीफन हार्पर की मौजूदगी में कमेको तथा भारत के परमाणु ऊर्जा आयोग ने 35 करोड़ डॉलर के यूरेनियम आपूर्ति के लिए एक समझौता किया।
इस समझौते ने भारत तथा कनाडा के बीच संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत की है। परमाणु परीक्षण के बाद कनाडा ने भारत पर प्रतिबंध लगा दिए थे और यूरेनियम देने से मना कर दिया था। समझौते के तहत साल 2020 तक कमेको भारत को 71 लाख पाउंड यूरेनियम की आपूर्ति करेगा। समझौते का स्वागत करते हुए मोदी ने हार्पर के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, "यूरेनियम समझौता कनाडा का भारत में विश्वास दर्शाता है।" उन्होंने कहा कि यूरेनियम आपूर्ति से भारत के हरित ऊर्जा मिशन को पूरा करने में मदद मिलेगी।
मोदी ने कहा, "स्वच्छ ऊर्जा मानवता के लिए हमारी वैश्विक जिम्मेदारी है। स्वच्छ ऊर्जा मिशन के लिए यूरेनियम बेहद जरूरी है। इस समझौते से हमारे मिशन के पूरा होने में मदद मिलेगी।" कमेको के अध्यक्ष व मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा, "यह समझौता एक गतिशील यूरेनियम बाजार का दरवाजा खोलता है।" मोदी ने कहा, "असैन्य परमाणु कार्यक्रम के लिए कनाडा द्वारा भारत को यूरेनियम की आपूर्ति द्विपक्षीय संबंधों में एक नए युग की शुरुआत है।"
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री हार्पर और मैं आर्थिक साझेदारी के लिए एक नई रूपरेखा स्थापित करने को प्रतिबद्ध हैं।" इसके अलावा, दोनों नेताओं के बीच बातचीत के बाद कई और समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। हार्पर ने अपनी टिप्पणी में कहा, "आपकी यात्रा कनाडा और भारत के बीच गाढ़ी मित्रता का संकेत है।" उन्होंने कहा, "यह आगे बढ़नेवाला संबंध है। दोनों देशों के बीच व्यापार की असीम संभावनाएं हैं।"

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