नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज (10 नवंबर) को 15 नवंबर बिरसा मुंडा की जयंती को 'जांजटिया गौरव दिवस' घोषित करने को मंजूरी दे दी। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कैबिनेट के फैसले की घोषणा करते हुए कहा, आदिवासी लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को मनाने के लिए 15 से 22 नवंबर तक सप्ताह भर चलने वाले समारोहों की योजना बनाई गई हैं । मुंडा जनजाति के सदस्य बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर, 1875 को हुआ था। बिरसा मुंडा एक आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी, धार्मिक नेता और लोक नायक थे । वह उन्नीसवीं शताब्दी में ब्रिटिश राज के बंगाल प्रेसिडेंसी (अब झारखंड) में पैदा हुए | वह एक आदिवासी धार्मिक सहस्राब्दी आंदोलन के नेता थे, जिससे उन्हें भारतीय स्वतंत्रता के इतिहास में एक महत्वपूर्ण हस्ती बना दिया गया था । खूंटी, तमाड़, सरवाड़ा और बंदगांव मुंडा के विद्रोह का केंद्र था। उन्होंने 1800 के दशक के अंत में ब्रिटिश शासन के दौरान आधुनिक बिहार और झारखंड के आदिवासी के क्षेत्रो में भारतीय आदिवासी धार्मिक सहस्राब्दी आंदोलन का नेतृत्व किया । भारत में उनका जन्मदिन बिरसा मुंडा जयंती के रूप में मनाया जाता है, उसी दिन झारखंड अपना स्थापना दिवस मनाता है ।