पूजन स्थल पर दीपक लगाना ही चाहिए क्योंकि दीपक लगाए बगैर पूजा पाठ पूर्ण नहीं मानी जाती है। लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि दीपक न तो टूटा फूटा ही हो और न ही पूजा के दौरान वह बूझे। दीपक जलाते समय इस बात का ध्यान रखें कि यह पूजा के बीच में बुझे नहीं बल्कि काफी समय तक जलता रहे। कहा जाता है कि पूजा के बीच में दीपक बुझना नहीं चाहिए। इसे शुभ नहीं माना जाता। धार्मिक कार्यों में केवल घी और तेल का दीपक जलाना चाहिए। इसके अलावा किसी भी चीज का दीपक नहीं जलाना चाहिए। पूजा के दौरान इस बात का भी ध्यान रखें कि घी का दीपक जलाने के तुरंत बाद तेल का दीपक नहीं जलाना चाहिए। पूजा में एक दीपक से दूसरा दीपक जलाना भी शुभ नहीं होता। इसलिए हर दीपक को प्रज्जवलित करते समय इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए। दीपक के नीचे अवश्य ही रखे चावल के दाने