सेना में भर्ती होना चाहता था बुरहान वानी

श्रीनगर : 8 जुलाई को एनकाउंटर में मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के पिता मुजफ्फर वानी का एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने अपने बेटे को लेकर कई खुलासे किए हैं. उनके अनुसार बुरहान जब 10 साल का था तो भारतीय सेना में शामिल होना चाहता था और परवेज रसूल की तरह क्रिकेटर भी बनना चाहता था.

एक अखबार से की गई विशेष बातचीत में मुजफ्फर वानी ने बताया कि उनके बेटे द्वारा 5 अक्टूबर 2010 को घर छोड़ने के बाद उनकी बुरहान से सिर्फ दो-तीन मुलाकातें 2-3 मिनट की हुई थीं. उन्होंने एनकाउंटर से दो महीने पहले बुरहान को मनाने की भरसक कोश‍िश की थी कि वो घर वापस आ जाए, लेकिन वो नहीं माना.

गत दिनों संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुरहान वानी को युवा नेता कहने पर उन्होंने ख़ुशी जाहिर की. मुजफ्फर वानी ने कहा जब भगत सिंह अंग्रेजों के ख‍िलाफ लड़ रहे थे तो उन्होंने आतंकी कहा जाता था लेकिन भारतीय उन्हें स्वतंत्रता सेनानी ही कहते थे. जब कश्मीर समस्या सुलझ जाएगी तो भारत मानेगा कि बुरहान फ्रीडम फाइटर था. नवाज शरीफ ने जो कुछ भी कहा, मुझे अच्छा लगा.

उन्होंने बताया कि बुरहान जब 10 साल का था, तब उसने इंडियन आर्मी के एक ऑफिसर से कहा था कि वो भारतीय सेना ज्वॉइन करना चाहता था. क्रिकेट के प्रति उसका प्रेम भी दिखता है. वो भारत के लिए खेलना चाहता था, पाकिस्तान के लिए नहीं.

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