ईयू से अलग होने के बाद अपने आधिकारिक संबोधन में कैमरुन ने की भारत की सराहना

लंदन : ब्रिटेन के वर्तमान प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन ने यूरोपियन यूनियन से ब्रिटेन के अलग होने के बाद दिए अपने पहले संसदीय संबोधन में भारत को एक महत्वपूर्ण साझेदार बताते हुए भारत की सराहना की और कहा कि ब्रिटेन को यूरोप या शेष दुनिया से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए। हाउस ऑफ कॉमन्स में अपने आधिकारिक बयान में कैमरुन ने नए पीएम के तहत भविष्य की रणनीति का जिक्र किया।

कैमरुन का कहना है कि ईयू के साथ कैसे संबंध होंगे, यह नई सरकार तय करेगी, लेकिन मुझे लगता है कि हर कोई इससे सहमत होगा कि हम अपने यूरोपीय पड़ोसियों और उत्तर अमेरिका के अन्य देशों, राष्ट्रमंडल और भारत एवं चीन जैसे अहम साझेदारों के साथ मजबूत संभावित आर्थिक संपर्क चाहते हैं।

कैमरुन ने बताया कि वो मंगलवार को ब्रसेल्स जाएंगे, जहां वो ईयू नेताओं के साथ एक सम्मेलन करेंगे। लेकिन अनुच्छेद 50 का इस्तेमाल नहीं करेंगे। ईयू से ब्रिटेन के अलग होने के बाद कैमरुन ने पीएम पद से इस्तीफा देने की बात कही थी, जिस पर कंजरवेटिव पार्टी का कहना है कि सितंबर के पहले सप्ताह में नए नेता कमान संभालेंगे।

सांसदो के सामने कैंरुन ने कहा कि ब्रेग्जिट का नतीज उनके मन मुताबिक नहीं आया। उन्होने कहा कि फैसले को स्वीकार किया जाना चाहिए और फैसले को लागू करने की प्रक्रिया शुरु की जानी चाहिए। हांला कि उन्होने कहा कि काम शुरु करने के लिए नए पीएम के आने का इंतजार करना होगा, लेकिन कई ऐसे काम है, जिन्हें शुरु किया जा सकता है।

Related News