नई दिल्ली : सीबीआई ने एम्ब्रायर एयरक्राफ्ट डील की प्रारंभिक जांच की है। जिसमें यह बात सामने आई है कि इस डील में कमीशन के तौर पर 36.5 करोड़ रूपए दिए गए। इस मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो द्वारा कहा गया है कि इस डील में ब्राजील की कंपनी की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। इस मामले में सीबीआई द्वारा जो जांच की गई है उसे बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। गौरतलब है कि ब्राजील की कंपनी ने सऊदी अरब और भारत में सौदा करने के लिए मध्यस्थ की सेवा भी ली थी। भारत द्वारा रक्षा खरीदी को लेकर होने वाले समझौतों पर कहा है कि इस तरह के नियमों के अनुसार बिचैलियों पर कड़ा प्रतिबंध लगाया गया है। इस मामले में फोल्हा डि साओ पाउलो द्वारा लिखा गया कि कंपनी ने ब्रिटेन में निवास करने वाले रक्षा एजेंट को सौदे को अंतिम स्वरूप देने हेतु कथित तौर पर कमीश का भुगतान किया गया। इस मामले में डीआरडीओ द्वारा कहा गया कि वर्ष 2008 में तीन विमानों की खरीदी हुई थी। दरअसल जो विमान खरीदे जाने थे वे एयरबाॅर्न अर्ली वाॅर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम या अवाक्स में उपयोग के अनुसार ढाला गया था। सौदे की सीबीआई जांच में यह बात भी कही है कि आठ और देशों के साथ सौदों की जांच की जाएगी।