अपनी एकाग्रता कैसे बढ़ाएं जानिए

बिहार/पटना : अगर आपका भी पढ़ाई में मन नहीं लगता है, और कुछ भी पढ़ने के बाद भी याद नहीं रहता है, और थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ भी भूल जाते है तो आपके लिए एक पुस्तक लॉन्च हुई है, इस पुस्तक का नाम है "अपनी एकाग्रता कैसे बढ़ाएं" बिहार के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने बुधवार को राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित एक समारोह में 'अपनी एकाग्रता कैसे बढ़ाएं' पुस्तक का लोकार्पण किया। प्रभात प्रकाशन द्वारा आयोजित इस समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा, "मानव-मन सूर्य की रश्मियों से भी ज्यादा तीव्र गति से दौड़ लगाता है। इसको नियंत्रित रखने के लिए भारतीय मनीषियों ने अनेक उपाय बताए हैं। एकांत वास, शांत वातावरण, यौगिक क्रियाएं आदि मन की एकाग्रता को विकसित करती हैं।"

उन्होंने कहा कि अपनी स्मरण शक्ति बढ़ाने, ज्ञानार्जन की क्षमता सुदृढ़ करने और व्यक्तित्व के सम्यक विकास के लिए मन की एकाग्रता बहुत जरूरी है। राज्यपाल ने कहा कि आधुनिक शिक्षा के विकास की प्रक्रिया में ज्ञान अर्जित करने को प्रमुखता दी गई है, परन्तु एकाग्रता और व्यक्तित्व-विकास जैसे महत्वपूर्ण तथ्यों का इसमें समावेश भी बहुत जरूरी है, उन्होंने कहा कि एकाग्रता के अभाव में समाज में सृजनशीलता विकसित नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि योग अब अपनी अंतर्राष्ट्रीय पहचान बना चुका है और इसे आधुनिक शिक्षण पद्घति में भी महत्व मिलना चाहिए, राज्यपाल ने पुस्तक के लेखक विजय प्रकाश को अत्यंत सरल, सुगम और स्पष्ट भाषा-शैली में एक गंभीर विषय पर तथ्यपूर्ण लेखन के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामना दी। 'अपनी एकाग्रता कैसे बढ़ाएं' पुस्तक के लेखक विजय प्रकाश ने कहा कि भारतीय शैक्षिक प्रक्रियाओं में एकाग्रता विकास को काफी महत्व दिया गया है।

उन्होंने बताया कि पुस्तक में एकाग्रता विकास के पारंपरिक तरीकों की सम्यक विवेचना के साथ-साथ, लोकविधा वाले खेलों और क्रियाशीलन के महत्व को एकाग्रता विकास में काफी सहायक बताया गया है, समारोह में प्रभात प्रकाशन के डॉ़ पीयूष कुमार, डॉ़ ध्रुव कुमार सहित बड़ी संख्या में साहित्यप्रेमी और अधिकारी उपस्थित थे।

Related News