पशु तस्करी के मामले में मारे गए भाजपा समर्थक की मौत पर बवाल

लखनऊ: पूर्वी उत्तरप्रदेश के बलिया में बीते दो दिनों से चलने वाला बवाल आखिरकार थम गया। दरअसल गोलीकांड में भारतीय जनता पार्टी के समर्थक की मौत के बाद अखिलेश सरकार ने बलिया के नरही थाने के बाहर भाजपा के विधायक उपेंद्र तिवारी पर पशु तस्कर को छुड़वाने के लिए थाने के बाहर धरने पर बैठे थे। पुलिस ने भाजपा विधायक की बात मानने से इन्कार कर दिया ऐसे में उन्होंने विधायक को हटाने के लिए भाजपा नेताओं और समर्थकों पर लाठी भांजी।

लाठियां चलने के दौरान रात्रि में जमकर बवाल मचा। दरअसल इस मामले में काफी बवाल मचा। ऐसे में रात्रि में पुलिस की गोली से भाजपा समर्थक की मृत्यु हो गई। भारतीय जनता पार्टी के नेता तनी लोगों की मौत का दावा भी करते रहे। दरअसल थाना छावनी में बदल गया है।

जिससे हालात नहीं बिगड़े हैं। इस मामले में डीएम राकेश कुमार व एसपी मनोज झा को निलंबित कर दिया गया। हालांकि इस मामले में नई नियुक्ति नहीं हो पाई है। इस तरह की घटना के बाद बड़े पैमाने पर सवाल खड़े कर दिए गए हैं। इस मामले में पुलिस और भापा पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर गाय के मामले में राजनीतिक क्यों की जा रही है।

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