पटना। मोदी की बिहार यात्रा के मद्देनजर केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने पटना अथवा मुजफ्फरपुर में बड़े आत्मघाती हमले की आशंका व्यक्त की है। एजेंसियों से आ रही खबर के मुताबिक आइबी द्वारा जारी अलर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री को पटना या मुजफ्फरपुर में निशाना बनाने के लिए पांच आतंकियों का एक दस्ता देश में प्रवेश कर चुका है। आतंकियों का यह दस्ता पटना या मुजफ्फरपुर में प्रधानमंत्री को निशाना बना सकता है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर जिन पांच आतंकियों पर खुफिया एजेंसियों ने शक जाहिर किया है, वे सभी इंडियन मुजाहिदीन और सिमी से जुड़े हैं। इनमें महिला आतंकियों के भी शामिल होने की बात कही गई है। आइबी ने यह भी आशंका जाहिर की है कि पांचों आतंकी नेपाल या बांग्लादेश के रास्ते बिहार में प्रवेश कर चुके हैं। भारत-नेपाल सीमा पर इसके मद्देनजर चौकसी बढ़ा दी है आतंकी खतरे को देखते हुए बिहार में प्रधानमंत्री की सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। पटना और मुजफ्फरपुर में जिस मंच से वे संबोधित करेंगे, उसके 60 मीटर के दायरे में कोई भी मोबाइल फोन काम नहीं करेगा। उनकी सुरक्षा कारकेड में तीन-तीन मोबाइल जैमर को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करने वाले नेताओं की सूची को भी छोटा करने का काम शुरू कर दिया गया है। साथ ही सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक पटना हवाई अड्डे से विमानों का परिचालन बंद रखने की बात कही जा रही है। प्रधानमंत्री जितनी देर पटना में होंगे, पटना 'नो फ्लाइंग जोन' की स्थिति में रहेगा। एसपीजी की नई गाइडलाइंस के अनुसार प्रधानमंत्री को माला-फूल, गुलदस्ता आदि भेंट नहीं किए जाएंगे। इसके साथ ही मंच से 50 मीटर की दूरी के बाद ही इन वस्तुओं को रखने की इजाजत दी गई है। प्रधानमंत्री के पास केवल एसपीजी का सुरक्षा घेरा होगा, जिसकी जांच के बाद ही उनके पास लोगों को जाने दिया जाएगा। इस तरह आत्मघाती हमले की आशंका के तहत प्रशासन ने मोदी की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये है जहां परिंदा भी पर नही मार सकता।