मदद से ही फांदी थी सिमी गुर्गों ने जेल की दीवार

भोपाल :  सिमी के आतंकियों ने जेल के ही किसी व्यक्ति की मदद से जेल की दीवार फांदी थी, यह खुलासा न्यायिक जांच में हुआ है। कहा गया है कि बगैर किसी की मदद सिमी आतंकी जेल की दीवार फांदकर फरार नहीं हो सकते थे। टूथ ब्रश की चाभी बनाना और सीसीटीवी कैमरे बंद हो जाना, इस बात के सबूत है कि किसी न किसी ने तो सिमी गुर्गों की मदद की ही थी।

गौरतलब है कि बीते दिनों जेल से सिमी के आठ आतंकी फरार हो गये थे, हालांकि इसके बाद ही इन सभी को पुलिस ने ढेर कर दिया था। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिये है। जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि जेल में घर का भेदी लंका ढहाये वाली कहावत चरितार्थ की गई है।

जांच में यह भी पाया गया है कि जेल के ही किसी व्यक्ति ने डुप्लीकेट चाभी बनाने के लिये जेल के किसी व्यक्ति ने चाभी का ढांचा दिया है और मददगार ने ही बैरक के सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया। क्योंकि जिस वक्त आतंकी फरार हुये थे उस दौरान बैरक के तीनों सीसीटीवी कैमरे बंद पाये गये थे।

मुख्यमंत्री ने पूछा: ऐसे कैसे दीवार फांद गये सिमी आंतकी

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