उन्होंने हमसे पूछा की तुम इतने खुश कैसे रह लेते हो। मेने कहा. हमने जिंदगी की गाडी से, साइड ग्लास ही हटा दिया। इतना दर्द तो मोत ने भी नहीं दिया जितना तेरी बेवफाई दे रही है