हकलाना और पागलपन ख़त्म कर देता है तेज़पत्ता

भारतीय भोजन में तेज पत्ता स्वाद , सुगंध और सेहत के लिये इस्तेमाल होता है. इस पत्ती की औषधीय गुण जंहा भोजन को अपनी अलग महक और लज़ीज़ स्वाद देते है, वही इसके औषधीय गुण हमें कई रोगों से मुक्त करते है. साधारण सा दिखने वाला ये पत्ता किसी संजीवनी से कम नहीं . 

आइये जाने तेज़पत्ता के चमत्कारी गुण - 

1 तेजपात के टुकड़ों को जीभ के नीचे रखा रहने दें और चूसते रहे-एक माह में हकलाना खत्म हो जाएगा .

2 पागलपन / उन्माद के मरीज के लिए-एक एक ग्राम तेजपात का चूर्ण सुबह शाम रोगी को पानी या शहद से खिलाएं या तेजपात के चूर्ण का हलुआ बनाकर खिलाएं,सूजी के हलवे में एक चम्मच तेजपात का चूर्ण डाल दीजिए बस बन गया हलवा . इसे रोगी को नियमित खिलाये आपको खुद फर्क दिखने लगेगा .

3 मुंह से दुर्गन्ध आती है तो तेजपात का टुकड़ा चबाया करें, मुह की दुर्गन्ध से छुटकारा मिल जाएगा .

4 अगर अचानक आँखों कि रोशनी कुछ कम होने लगी है तो तेजपात के बारीक चूर्ण को सुरमे की तरह आँखों में लगाएं-इससे आँखों की सफाई हो जायेगी और नसों में ताजगी आ जायेगी जिससे आपकी दृष्टि तेज हो जाएगी.

5 तेजपात को अपने भोजन में लगातार प्रयोग कीजिए तो आपका ह्रदय मजबूत बना रहेगा-कभी भी हृदय रोग नहीं होंगे.

6 दिन में चार बार चाय में तेजपत्ता उबाल कर पीजिए,जुकाम-जनित सभी कष्टों में आराम मिलेगा-या चाय में चायपत्ती की जगह तेजपत्ता डालिए-खूब उबालिए ,फिर दूध और चीनी डालिए इसे पीजिये और खुद फर्क देखिये .

7 पेट की किसी भी बीमारी में तेजपत्ते का काढा बनाकर पीजिए, जैसे - दस्त, आँतों के घाव, भूख न लगना सभी में आराम मिलेगा .

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