आज अमावस्या का स्नान, दूसरे दिन अधिक मास का समापन

उज्जैन : धर्म कर्म और आस्था की नगरी उज्जैन में कल गुरूवार अमावस्या के अवसर पर शिप्रा में आस्था की डुबकी लगेगी। शिप्रा स्नान के लिए सुबह से आस्थावान शिप्रा स्नान के लिए पहुंचेंगे और शिप्रा में डुबकी लगाकर अमावस्या का पुण्य प्राप्त करेंगे। स्नान के साथ ही दान धर्म किया जाएगा। अधिक मास की अमावस्या का महत्व प्रतिपादित किया गया है। अमावस्या के साथ ही दूसरे दिन अधिक मास समाप्त हो जाएगा। अधिक मास के अवसर पर उज्जैन में नौ नारायण और सप्त सागर यात्रा का सिलसिला जारी है तथा इन यात्राओं को करने के लिए बड़ी संख्या में बाहरी क्षेत्रों से श्रद्धालु उज्जैन पहुंच रहे है, वहीं स्थानीय श्रद्धालुओं की भी कमी यात्राओं में दिखाई नहीं देती। स्नान के साथ यह करें दान- ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि अमावस्या पर शिप्रा स्नान के साथ ही पंडितों को दान देना चाहिए।

यदि स्वर्ण दान, रजत दान, गौ दान, ताम्र दान किया जाए तो अति उत्तम होता है। इसके अलावा तुलसी माता और बाल मुकुंद की पूजन के अलावा ब्राह्मणों को भोजन कराना या भोजन सामग्री देने का भी विधान उल्लेखित किया गया है। तीन वर्षों में आता है अधिक मास, पुण्य लूटने की होड़- यहां उल्लेखनीय है कि अधिक मास जैसा पुण्य पवित्र मास तीन वर्षों में आता है। इसे पुरूषोत्तम मास भी कहा जाता है। इस माह के दौरान की गई यात्राओं के साथ ही किया गया दान अक्षय फल की प्राप्ति देता है और हर किसी ने इस माह में न केवल नौ नारायण तथा सप्त सागर की यात्रा कर पवित्र अधिक मास का पुण्य लूटा वहीं इस बार के अधिक मास में बाहर से भी आस्थावानों का सिलसिला पूरे माह जारी रहा।

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