बाँसुरी बना लो कान्हा

बाँसुरी बना लो कान्हा, होठों से लगा लो... काजल बना कर मुझको आँखों में बसा लो.. कुंडल बना कर मोहन, कानो से लगा लो... हार बना कर मुझको, गले से लगा लो... मैं हूँ दास तुम्हारा, प्यारे कन्हैया... पायल बना कर मुझको, चरणों से लगा लो...

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