ढाका : बांग्लादेश के धर्म गुरुओं ने मानव कल्याण की शान्ति के लिए आतंकवाद के खिलाफ फतवा जारी किया गया है. फतवे में अल्प संख्यकों और धर्मनिरपेक्ष लेखकों की इस्लामवादियों की सिलसिलेवार हत्या की निंदा करते हुए गैर मुस्लिमों की हत्या को इस्लाम में हराम बताया. इस फतवे पर एक लाख से अधिक धर्मगुरुओं ने हस्ताक्षर किये हैं. खास बात यह है कि इस्लामी विद्वानों, नेताओं, विचारकों और उलेमाओं ने इस फतवे को तैयार किया है. इस फतवे को 18 जून को सार्वजानिक करने का एलान किया है. आतंकवादी संगठनों ने जो दस सवाल उठाए हैं उनका फतवे के मुख्य भाग में कुरआन और हदीस का हवाला देकर जवाब दिया गया है. गौरतलब है कि जमात-ए-उलेमा के महासचिव फरीउद्द्दीन मसूद ऐसे पहले व्यक्ति थे जो आतंकवाद पर रोक लगाने के लिए फतवे का विचार लेकर आए थे. इसके लिए पुलिस और अन्य लोगों से मदद मांगी थी.