एक प्यारे से नटखट बच्चे के हाथ में दो संतरे रखे हुए थे । उसकी दादी ने बड़ी प्यार से पुचकारते हुए बच्चे से कहा, बेटा एक संतरा मुझे दे दो । दादी का कहना हुआ और बच्चे ने अपने हाथ में रखे संतरे को छीलकर खाने लगा । दादी कुछ कह पाती की लड़के ने दूसरा संतरा भी झूठा कर दिया । नन्हे बच्चे की इस हरकत को देखकर दादी दंग रह गई । दादी का मन बैठ गया । तभी उस छोटे से बच्चे ने दादी की तरफ अपने हाथ करते हुए कहा की, दादी यह वाला ले लो यह कम खट्टा है । बच्चे भगवान का रूप होते है, वे कभी भी किसी का बुरा नहीं चाहते है ।