वित्तीय अनुशासन सबसे अधिक आवश्यक : वित्त मंत्री

नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के द्वारा आम बजट 2016-17 पेश किया जा चूका है. इसके साथ ही अब बीते बुधवार को उद्योग जगत के साथ हुई एक मुलाकात में जेटली ने वित्तीय अनुशासन पर बल देते हुए यह अनुमान भी जताया है कि संसद में सुधार प्रक्रिया आगे बढ़ेगी. बता दे कि यहाँ जेटली की फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, भारतीय उद्योग परिसंघ और एसोचैम के प्रतिनिधियों के साथ एक मुलाकात हुई है.

जिसके अंतर्गत जेटली ने यह कहा है कि देश में वित्तीय अनुशासन की सबसे अधिक आवश्यकता है. साथ ही उन्होंने यह उम्मीद भी जताई है कि यदि अनुशासन पर इस तरह कायम रहा जाता है तो जल्द से जल्द अरविंद सुब्रह्मण्यम के द्वारा पेश किए गए लक्ष्य को हासिल किया जा सकेगा.

उन्होंने बात को आगे बढ़ाते हुए यह भी कहा है कि यदि राजनीतिक मोर्चे पर सहयोग मिलता है तो निश्चित है कि हम सुधार की दिशा में आगे बढ़ेंगे. गौरतलब है कि सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए जहाँ जीडीपी के 3.9 फीसदी तक के वित्तीय घाटे के लक्ष्य को तय किया है तो वहीँ साथ ही आने वाले वित्त वर्ष के लिए इसके 3.5 फीसदी बताया है.

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