जवाहरलाल नेहरू का विकल्प हो सकते थे मेरे पिता: अनीता बोस

जर्मनी : सुभाष चन्द्र बोस की मौत हवाई हादसे में ही हो गई थी यह कहना है अनीता बोस (73) का जो की नेताजी सुभाष चंद्र बोस की बेटी हैं। वो जर्मनी में रहती हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अनीता बोस ने अपनी एक इच्छा को व्यक्त करते हुए कहा है की वह जापान के मंदिर में रखी अपने पिता सुभाष चन्द्र बोस की अस्थियों के डीएनए टेस्ट की इच्छा रखती हैं. अनीता बोस ने आगे कहा की अगर मेरे पिता जीवित होते तो वह भी राजनीती के शिखरतम मापदंडो पर होते.

अनीता बोस ने कहा कि हिंदुस्तान में मेरे पिता जवाहरलाल नेहरू का विकल्प हो सकते थे. अपनी इस बातचीत में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की बेटी अनीता बोस ने कहा कि बेशक हम ये मान लेते हैं कि कुछ मुद्दों पर उन दोनों के विचार एक जैसे थे। दोनों ही मानते थे कि राजनीति को धर्म से अलग रखा जाना चाहिए। अनीता बोस ने कहा कि मेरे पिता सुभाष चन्द्र बोस व जवाहरलाल नेहरू यह दोनों ही आधुनिक विचारो वाले व्यक्ति थे तथा इसके साथ साथ यह दोनों ही औद्योगीकरण के पक्षधर थे।

अनीता ने कहा कि इन दोनों में कुछ असमानताएं भी थीं। जैसे पाकिस्तान को लेकर दोनों का रुख अलग होना। अनीता ने कहा कि मेरे पिता भारत पाकिस्तान विभाजन को रोक नहीं पाते तो उसके साथ बेहतर संबंधों की कोशिश करते। आजादी के बाद से भारत जिस तरह की समस्याओं का सामना कर रहा है, शायद उनमें थोड़ी कमी आती.  

 

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