एक ऐसा मंदिर भी है जहा लकवे का इलाज सिर्फ परिक्रमा करने से ठीक हो जाता है राजस्थान से 40 किमी दूर नागोर जिले में कुचेरा कस्बे के पास है बूटाटी धाम यह मंदिर चतुर दस जी महाराज जी के नाम से भी जाना जाता है यह मंदिर लकवे के इलाज के लिए फेमश है. यहाँ पर न कोई डॉक्टर है और कोई हाकिम यहाँ आपको सात दिन तक रोज इस मंदिर की एक बार परिक्रमा लगानी पड़ती है और हवन कुंड की अग्नि माथे पर लगानी होती है धीरे-धीरे लकवे की बीमारी ठीक होने लगती है. ऐसा कहते है की 500 साल पहले यहाँ एक संत हुआ करते थे चतुर्दस जी इन्होंने तपस्या करके रोगों को ठीक करने की सिद्धि प्राप्त की थी आज भी इनकी शक्ति मंदिर में दिखाई देती है जो कोई भी इस मंदिर की परिक्रमा करता है वो लकवे की बीमारी से मुक्ति पा लेता है.