क्या फर्क पड़ता है, किसी ने नीले, लाल, हरे, गुलाबी रंग की स्याही से वोट दिया हो

चंडीगढ़: हरियाणा में हुए राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को दिए गए वोट गलत रंग के पेन से दिए गए, इस वजह से उसे खारिज कर दिया गया. अब इस मामले में कांग्रेस के पंजाब विंग के अध्यक्ष कैप्टम अमरिंदर सिंह का कहना है कि यदि मतदान के समय कोई मतदाता दूसरे रंग की स्याही वाले पेन का इस्तेमाल करता है, तो इससे क्या फर्क पड़ता है।

उन्होने कहा कि दुनिया 2016 में पहुंच गई और आप यहीं अटके है मतदान करने वाला पेन नीला था या काला. सिंह ने कहा कि इस बात से क्या फर्क पड़ता है, यदि किसी ने नीले, लाल, हरे, गुलाबी रंग की स्याही से निशान लगाया है. किसे मतलब है? यह पागलपन है|

बता दें कि हरियाणा में दो राज्यसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में 14 कांग्रेस विधायकों के वोटों को अवैध करार दे दिया गया था. पेन की इस गड़बड़ी के कारण पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार आर के आनंद चुनाव हार गए थे. इस पर अमरिंदर ने कहा कि पार्टी यह पता लगाएगी कि वो किन कारणों से हार गए।

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