हाल ही में अमेरिकी विचार संस्था के द्वारा भारत-अमेरिका व्यापार की शुरुआत की गई है. इसके माध्यम से वह दोनों देशो के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के साथ ही 500 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य को भी प्राप्त करना चाहता है. इसके साथ ही जानकारी में यह बात भी सामने आई है कि अटलांटिक काउंसिल की तरफ से इस योजना को क्रमशः दो शक्तिशाली सांसदों -रिपब्लिकन पार्टी के जॉन कॉर्निन और डेमोक्रेटिक पार्टी के मार्क वार्नर का समर्थन मिलते हुए देखा जा रहा है. मामले में कॉर्निन का यह बयान सामने आया है कि विश्व के सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्र के तौर पर भारत और अमेरिका के बीच समान मूल्यों पर आधारित संबंध है. हम दोनों देशो के बीच व्यापार को और भी मजबूत करना चाहते है. और अभी दोनों ही अर्थव्यवस्थाओं के पास उचित अवसर है. जबकि साथ ही वार्नर ने यह कहा है कि दोनों देशों के बीच यह द्विपक्षीय व्यापार 100 अरब डॉलर के वार्षिक स्तर पर पहुँचने में कामयाब हो चूका है. इसके चलते ही यह उम्मीद जताई जा रही है कि हम अमेरिका और भारतीय सहयोग की पूर्ण क्षमता को आगे बढ़ाने के लिए काम करना जारी रखेंगे जिससे द्विपक्षीय व्यापार बढ़ेगा और अमेरिका तथा भारत दोंनों की कंपनियों के लिए और अधिक आर्थिक अवसर मिलेंगे.