वाशिंगटन : मुंबई में 26/11 को हुए आतंकी हमलों को लेकर अमेरिका ने अपना मुंह खोला है। इस दौरान अमेरिकी अधिकारियों और राजनयिकों ने मंशा जाहिर की है कि आतंकी हमले के तहत अपराधियों को सामने लाया जाए। हाल ही में विदेश विभाग के प्रवक्ता मार्क टोनर द्वारा इस बात का हवाला देते हुए कहा गया है कि हम न्याय चाहते हैं। इस मामले में न्याय जरूर होना चाहिए। इस दौरान कहा गया है कि आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए अमेरिका और भारत के बीच निकट संबंध हैं। इस दौरान यह बात सामने आई है कि वर्ष 2008 में मुंबई हमले का उल्लेख करते हुए यह बात कही गई है कि पीडि़तों के लिए तो हमारा दिल भर आया है। हमले में 166 लोगों के मारे जाने की जानकारी सामने आई थी। दरअसल यह हमला भारत के लिए एक बड़ा खतरा माना गया था। इसके बाद से भारत की समुद्री सीमाओं पर भी निगरानी बढ़ा दी गई थी। और यह माना गया था कि देश की समुद्री सीमाऐं भी आतंकी हमले से महफूज नहीं हैं।