मुझे ना तन चाहिए ना धन चाहिए.. बस अमन से भरा मेरा वतन चाहिए.. जबतक जिन्दा रहूं इस मातृ भूमि के लिए.. और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिए ..!!