अखिलेश मंत्रिमंडल में बदलाव की तैयारी

लखनऊ: अगले साल यूपी में होने वाले विधान सभा चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने मंत्रिमंडल के विस्तार की कवायद करने की तैयारी में है|

राज्य सभा और विधान परिषद के चुनाव में मिली सफलता से यादव का हौंसला बढ़ा है. कैबिनेट में युवा चेहरों को लिए जाने की उम्मीद है. कुछ मंत्रियों का अच्छा प्रदर्शन उन्हें पदोन्नति भी दिला सकता है तो किसी के पर कतरे भी जा सकते हैं. कुछ की छुट्टी तो कुछ के विभागों में परिवर्तन संभावित है|

मथुरा काण्ड में सरकार का बेहतर बचाव करने के लिए समाज कल्याण मंत्री राम गोविन्द चौधरी का कद बढ़ाया जा सकता है. कुछ मंत्रियों की छुट्टी किये जाने का भी अंदेशा है, तो कुछ मंत्रियों को अहम विभाग देकर उनका कद भी बढ़ाया जा सकता है. जिन मंत्रियों का प्रदर्शन अच्छा नहीं है उन्हें संगठन में भी भेजा जा सकता है|

गत दिनों विधान परिषद सदस्य बने सुनील सजन और आनंद भदौरिया को जगह मिल सकती है. आशु मालिक भी दावेदार बताए जा रहे हैं. कैबिनेट मंत्री रघुराज प्रताप सिंह और महबूब अली का दर्जा घटाए जाने की भी सम्भावना है|

गौरतलब है कि मुख्य्मंत्री अखिलेश यादव मंगलवार को राज्यपाल राम नाईक से मिलने राज भवन गए थे. बताया जा रहा है कि वहां संभावित मंत्रिमंडल के विस्तार पर चर्चा हुई. मंत्रिमंडल विस्तार में नियम के अनुसार तीन मंत्रियों की नियुक्ति हो सकती है. अगले साल की शुरुआत में ही चुनाव होने से सरकार के पास समय कम होने से सीएम यादव भी अपने विभागों का बोझ कम के सकते हैं ताकि चुनाव प्रचार में वक्त दे सकें|

Related News