एक छलावा था जिसे समझे थे हम प्यार

अपनी भी ख्वाइश यही थी, मिले किसी का प्यार

हमने देखा हर जगह, रिश्तो में व्यापार

झूठी थी कसमे, झूठा था प्यार

वो तो एक छलावा था, जिसे समझे थे हम प्यार

ऐ चाँद उनको मेरा पैगाम कहना, ख़ुशी का दिन और हँसी का पैगाम देना

जब वो देखे बाहर आके मुझको, उनको मेरी तरफ से प्यार का इजहार करना

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