नई दिल्ली: राहुल द्रविड़ के संन्यास के बाद टीम इंडिया की दीवार बनते जा रहे अजिंक्य रहाणे मंगलवार को अपना 28वां जन्मदिन मना रहे हैं. हर खिलाड़ी की जिंदगी में उसकी मां का अहम रोल रहा है. बहुत कम लोगों को पता है कि अजिंक्य की कामयाबी के पीछे उनकी मां सुजाता का भी बराबर हाथ है। एक समय की बात है जब इस क्रिकेटर को कैम्प तक चलने के लिए मां को रोजाना 2 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था. जब वह महज दूसरी कक्षा में था तो उनकी मां उनके छोटे भाई के साथ उन्हें क्रिकेट प्रैक्टिस के लिए ले जाती थी. जब तक प्रैक्टिस चलती, तब तक उनकी मां वहीं उनके भाई को साथ लिए इंतजार करती थी. फिर तीनों साथ घर लौटते थे। बीसीसीआई ने बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को अर्जुन पुरस्कार दिए जाने की सिफारिश की है. राहुल द्रविड़ के संन्यास लेने के बाद टीम इंडिया की नई 'दीवार' बनते जा रहे रहाणे ने पिछले कुछ सालों में टेस्ट क्रिकेट में बेहतरीन पारियां खेली हैं|