भला हो हनी सिंह और जॉन सीना का.. जिसने आज के बच्चो को फैशन के नाम पे बाल बारीक़ छोटे रखना सीखा दिया.. हमारी तो सबसे ज्यादा कुटाई ही बालो को लेके हुई थी।। हम दिलजले के अजय देवगन बनके घूमते थे, और जिस दिन पापा के हाथ लग जाते उस दिन नाईं की दुकान से क्रन्तिविर के नाना पाटेकर बनाके ही घर लाते थे।।।