कृषि मंत्री ने दी गो-पालको को राहत, पशु पालन को दिया प्रोत्साहन

रांची : कृषि मंत्री रणधीर कुमार सिंह ने दुग्ध उत्पादक सम्मेलन में किसानो को राहत दिलाने वाली घोषणा की है. उन्होंने बताया  कि गो-पालक अब अपनी स्वेच्छा से गाय खरीद सकेंगे इसके लिए कोई उनके साथ जोर जबरदस्ती नहीं कर सकता है. इस हेतू  उन्हें अनुदान राशि का चेक सीधे प्रदान किया जाएगा. सम्मलेन में कृषि मंत्री रणधीर कुमार सिंह ने कहा कि उत्पादित दूध को सुरक्षित रखने के लिए होटवार में एक लाख लीटर क्षमता की मिल्क प्रोसेसिंग इकाई का शुभारम्भ जनवरी में किया जाएगा. यदि आवश्यकता महसूस की गयी तो इस इकाई की क्षमता में तीन लाख लीटर तक वृद्धि की जा सकती है. इसी तरह की अन्य इकाइयों का श्री गणेश अन्य जिलो में भी किया जाएगा.

रणधीर कुमार सिंह ने बताया कि सरकार ने ये कदम गो-पालन को बढ़ावा देने के लिए उठाया है. सरकार ने इस हेतू 450 कंप्यूटराइज्ड दूध संग्रहण केंद्र और 85 मिल्क कूलर शीघ्र प्रारम्भ करने के प्रयास कर रही है. जमशेदपुर में कोल्ड स्टोरेज प्रारम्भ करने की भी सरकारी की योजना है, ताकि दूध से निर्मित उत्पादों ख़राब ना हो. उन्होंने सीमित जमीन को मुद्दा बनाते हुए  ग्रामीणों को गो-पालन के साथ-साथ मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन आदि से भी नाता जोड़ने की बात कही.

2016 में होगा मेधा लक्ष्मी योजना का श्री गणेश

नेशनल डेयरी डवलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष टी नंदकुमार ने जानकारी दी कि दुग्ध उत्पादकों को बढ़ावा देने के लिए एनडीडीबी 2016 में मेधा लक्ष्मी योजना का श्री गणेश करेगा. दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कृषि मंत्री ने घोषणा करी है कि क्षेत्र में अच्छा काम करने वाली हर जिले की दो-दो महिलाओं को दस-दस और पांच-पांच हजार रुपये की राशि इनाम स्वरुप दी जाएगी. इस बीच उन्होंने दूध उत्पादन से जुड़े विभिन्न समितियों के सदस्यों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से जोड़े जाने का एलान किया. कृषि मंत्री ने पशुओं के संतुलित आहार के लिए एक निरिक्षण करने की बात पर भी जोर दिया. उन्होंने बताया कि पशु विशेषज्ञ इस सम्बन्ध में पशुपालकों के पास जाकर पशुओं को दिये जाने वाले आहार और दूध उत्पादन की गुणवत्ता की जांच करेंगे.

गो-पालकों की सम्याओं का किया निराकरण 

- बायफ सेंटर की ही तरह 24 घंटे उपलब्ध रहें पशु चिकित्सक. ऐसा नहीं होने पर पशुओ की मौत हो जाती है. - 16 किलो का भरोसा दिलाया, छह किलो दूध दे रही गाय. बिचौलियों वर्ग दे रहा है दिक्कत. - ग्रामीण सड़कों के खराब रहने से दुग्ध उत्पादन केंद्र तक दूध पहुंचाने में हो रहा अनावश्यक विलंब होता है. दूध खराब होने से किसानों को हो रही है हानि. - मेले और एजेंसी से गायों की खरीदारी न होकर दुग्ध उत्पादक मित्रों से खरीदारी की मिले मंजूरी. - मनरेगा के तहत शेड मिले. बीपीएल कार्ड की बाध्यता समाप्त हो. - गोकुल धाम का निर्माण विभागीय स्तर से हो. भवन निर्माण की ओर से कार्य कराने पर कमीशनखोरी की संभावना बनी रहेगी.

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