टीचर ने परीक्षा में चार पेज का निबन्ध लिखने को दियाविषय था- "आलस्य क्या हैं ?. . . . एक स्टूडेंट ने तीन पेज खाली छोड़कर चौथे पर बड़े - बड़े अक्षरों में लिखा - . . . . . . "यही आलस्य हैं |. . . . . . गुरूजी ने अगले दिन ही रिटायर्मेंट ले लिया . .. अब उनकी पढाने की iccha मर चुकी है।