कीचड़ से सने रास्ते में चलने के बाद रास्ते में ही दिया बच्चे को जन्म

होशंगाबाद: किसी भी सरकारी योजना की पोल तब खुलती है, जब वो आखिरी इंसान तक पहुंचने में नाकामयाब हो जाए. सरकारी जननी एक्सप्रेस के गांव तक न पहुंच पाने के कारण महिला को रास्ते में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा. संभागीय मुख्यालय से सटे पथौड़ी गांव में जब एक महिला को प्रसव पीड़ा शुरु हुई तो वो कीचड़ से सने रास्ते पर भी हिम्मत जुटाकर एक किमी तक चली।

लेकिन जब कीचड़ से सने रास्ते पर न चल सकी और दर्द की सीमा पार होने लगी तो बच्चे को रास्ते में ही जन्म दे दिया. गांव से कुलमाड़ी तक बन रही सड़क कीचड़ से सनी हुई है. शुक्रवार को राजेश मालवीय की 22 वर्षीय पत्नी रामकली ने प्रसव से ज्यादा दर्द इस सड़क पर चलने में सहा होगा. आधे रास्ते तक पहुंचने के बाद रामकली दर्द से कराहने लगी।

परिजन भागे-भागे गांव से दाई लेकर आए और बच्चे का जन्म कराया. गांव के प्रीतम चौधरी ट्रैक्टर से प्रसूता को पक्की सड़क पर खड़ी एंबुलेंस तक लाए. इसके बाद बड़ी मुश्किल से दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉ. मधुबाला चंदैया ने बताया जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।

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