आकाशदीप की रिपोर्ट भोपाल। प्रदेश में आए दिन हो रही दुर्घटनाओं से कई लोग अपनी जान गवां रहे है। लेकिन आम जनता की परवाह क्या सरकार को है? ऐसा प्रतित तो नहीं होता! प्रदेश में कही बस दुर्घटना तो कही ट्रक-ट्राले के भीषण हादसे तो कही सहायता प्रदान करने वाली क्रेन भी अब दुर्घटना का शिकार होती दिखाई दे रही है। लेकिन इन सबसे नुकसान सिर्फ और सिर्फ आम नागरिक का ही हो रहा है। आखिर सरकार और प्रशासन इन सबकी सुध कब लेगा? प्रदेश में कई वर्षो से संचालित बस, ट्रक, ट्राले और क्रेन कितने फिट है यह तो केवल उनके मालिक ही जानते है। अनफिट और वर्षो पुराने ऐसे वाहनो पर सरकार कोई ठोस कार्रवाई करती नजर जब ही आती है जब कोई बड़ी घटना घटती है। ऐसे माफियाओं को राजनैतिक सरंक्षण प्राप्त होता है जिस वजह से उनके ऊपर कभी कोई उंगली नहीं उठाता है और उसकी भेंट आम जनता चढ़ जाती है। हाल ही में एक दुखद घटना इंदौर में घटी है जहां एक अनियंत्रित क्रेन दुर्घटना में 4 लोगो ने अपनी जान गवाई है। ऐसे वर्षो पुराने ट्रक, ट्राले, बस, स्कुल बस और क्रेन जो की अनफिट है आखिर उन्हें आरटीओ फिटनेस प्रमाण पत्र कैसे जारी कर रहा है? ऐसे कई धन्नासेठ है जो सरकार हिस्सा भी हो सकते है शायद इसीलिए सरकार और प्रशासन मूक दर्शक बना बैठा है और कोई कार्रवाई नहीं करता है। प्रदेश में ऐसे कई भारी वाहन है जो 20 से 25 साल पुराने हो चुके है साथ ही परमिट टैक्स भी नहीं भरते है। लेकिन फिर भी सरकार उन्हें उजागर नहीं कर पा रही है, ऐसे राजनीतिक सरंक्षण प्राप्त ऑपरेटर या माफियाओं पर प्रदेश सरकार आखिर कब कार्रवाई करेगी यह एक बहुत बड़ा सवाल है या फिर बेकसूर जनता यूहीं अपनी जान की आहुति देती रहेगी। अनिश्चितकालीन हडताल पर है जिले के 65 डॉक्टर, मरीज करते रहे घंटों इंतजार यातायात व्यवस्था को सही करने के लिए एसपी ने संभाली कमान भाजपा विधायक का बड़ा बयान आप मुझे 30 सीट जीता कर दो मैं आपको विंध्य दूंगा