मुम्बई। छोटी सी उम्र में हर किसी बच्चे का मन चॉकलेट या केक खाने को ललचाता है। लेकिन मक्का में 13 वर्षीय ओहोद अब्दोअहमद की यह चाहत अधूरी रह गई थी। हाल ही में ओहोद अपनी इस चाहत पर काबू नही कर पाई। क्योकि लम्बे इंतज़ार के बाद उसकी यह चाहत मुंबई में पूरी हुई। आपको बता दे की ओहोद एक दुर्लभ बीमारी एसोफेजियल लेइओमायोमेटोसिस से ग्रसित थी जिसके कारण उसके खाने की नली में एक बिनाइन ट्यूमर था। यह एक 12 सेमी का ब्‍लॉकेज था जिसका आकर उसके दिल से भी बड़ा था, जिसके कारण वो कुछ खा पी नही सकती थी। एशियन इंस्‍टीट्यूट ऑफ ऑनकोलॉजी में बच्ची की सर्जरी कर ट्यूमर निकाला गया। कई वर्षो से सिर्फ सालों से तरल आहार खा रही ओहोद ने अपने इस नए जीवन की यात्रा की शुरूअात चॉकलेट केक खाकर की। साथ ही बच्ची ने कहा की वह भारत को हमेशा इसलिए याद रखेगी क्योकि यहां उसका अधूरा सपना पूरा हुआ।