जाने तुलसी के अनजाने फायदे

तुलसी निरोगी जीवन के लिए दस पत्ते रोज़ाना यह संसार की एक सबसे बेहतरीन - एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-फ्लू, एंटी-बायोटिक, एंटी-इफ्लेमेन्ट्री व एंटी-डिजीज है ।

 तुलसी के 8 -10 पत्ते एक लीटर पानी में डाल कर, उबालकर पांच मिनट के बाद उस जल को पीना चाहिए। इससे पेयजल विष् और रोगाणुओं से मुक्त होकर स्वास्थवर्धक पेय हो जाता है । तुलसी 200 से अधिक रोगो में लाभदायक है। जैसे के फ्लू, स्वाइन फ्लू, डेंगू, जुखाम, खासी, प्लेग, मलेरिया, जोड़ो का दर्द, मोटापा, ब्लड प्रेशर, शुगर, एलर्जी, पेट के कीड़ो, हेपेटाइटिस, जलन, मूत्र सम्बन्धी रोग, गठिया, दमा, मरोड़, बवासीर, अतिसार, आँख का दर्द , दाद खाज खुजली, सर दर्द, पायरिया, नकसीर, फेफड़ो की सूजन, अल्सर, वीर्य की कमी, हार्ट ब्लोकेज आदि।  तुलसी एक बेहतरीन विष नाशक तथा शरीर के विष (टॉक्सिन्स) को बाहर निकालती है । 4) तुलसी स्मरण शक्ति को बढ़ाता है। तुलसी शरीर के लाल रक्त सेल्स (हीमोग्लोबिन) को बढ़ाने में अत्यंत सहायक है। भोजन के बाद तुलसी का एक बूँद के रस सेवन करने से पेट सम्बन्धी बीमारिया बहुत कम लगती है।  तुलसी के रस की 4-5 बूँदे पीने से महिलाओ को गर्भावस्था में बार बार होने वाली उल्टी की शिकायत ठीक हो जाती है। आग के जलने व किसी भी जहरीले कीड़े के कांटने से उस स्थान पर तुलसी को लगाने से विशेष राहत मिलती है।  दमा व खाँसी में तुलसी के दो बुँद थोड़े से अदरक के रस तथा शहद के साथ मिलाकर सुबह-दोपहर-शाम सेवन करने से फायदा होता है।  यदि मुँह में से किसी प्रकार की दुर्गन्ध आती हो तो तुलसी के रस की एक बूँद मुँह में डाल ले दुर्गन्ध तुरंत दूर हो जाएगी। दांत का दर्द, दांत में कीड़ा लगना, मसूड़ों में खून आना, तुलसी के रस की 4-5 बूँदे पानी में डालकर कुल्ला करना चाहिए।  कान का दर्द, कान का बहना, तुलसी का रस हल्का गरम करके एक-एक बूंद कान में टपकाए तुरंत राहत मिलेगी।  नाक में पिनूस रोग हो जाता है, इसके अतिरिक्त फोड़े-फुंसिया भी निकल आती है,दोनों रोगो में बहुत तकलीफ होती है I तुलसी के रस को हल्का सा गरम करके एक-एक बूंद नाक में टपकाएं।  गले में दर्द, गले व मुँह में छाले, आवाज़ बैठ जाना पर तुलसी के रस की 4-5 बूँदे गरम पानी में डालकर कुल्ला करना चाहिए।  सर दर्द, बाल झड़ना, बाल सफ़ेद होना पर तुलसी का रस 8-10 मि.ली. हर्बल हेयर आयल के साथ मिलाकर सर, माथे तथा कनपटियो पर लगाये।  तुलसी के रस की 8-10 बूँदे मिलकर शरीर में मलकर रात्रि में सोये, मच्छर नहीं काटेंगे।  कूलर के पानी में तुलसी के रस की 8-10 बूँदे डालने से सारा घर विषाणु और रोगाणु से मुक्त हो जाता है, तथा मक्खी-मच्छर भी घर से भाग जाते है।  सर में जूएं व लिखे होने पर तुलसी और नीबू का रस समान मात्रा में मिलाकर सर के बालो में अच्छे तरह से लगाये I 3-4 घंटे तक लगा रहने दे। और फिर धोये अथवा रात्रि को लगाकर सुबह सर धोए। जुएं व लिखे मर जाएगी।  त्वचा की समस्या में निम्बू के रस के साथ तुलसी के रस की 4-5 बूँदे डालकर प्रयोग करे।  तुलसी में सुन्दर और निरोग बनाने की शक्ति है। यह त्वचा का कायाकल्प कर देती है I यह शरीर के खून को साफ करके शरीर को चमकीला बनाती है।  तुलसी के रस की दो बूँदे एलोवेरा जैल क्रीम में मिलाकर चेहरे पर सुबह व रात को सोते समय लगाने पर त्वचा सुन्दर व कोमल हो जाती है तथा चेहरे से प्रत्येक प्रकार के काले धेरे, झाइयां, कील मुँहासे व झुरिया नष्ट हो जाती है।  सफ़ेद दाग में 10 मि.लि. नारियल के तेल में 20 बूँदें तुलसी के रस की डालकर सुबह व रात सोने से पहले अच्छी तरह से मले फायदा होने लगेगा।  तुलसी के नियमित उपयोग से कोलेस्ट्रोल का स्तर कम होने लगता है, रक्त के थक्के जमने कम हो जाते है, व हार्ट अटैक और कोलैस्ट्रोल की रोकथाम हो जाती है।  तुलसी को किसी भी अच्छी क्रीम में मिलाकर लगाने से प्रसव के बाद पेट पर बनने वाले लाइने (स्ट्रेच मार्क्स) दूर हो जाते है।

Related News