एबी नूवो और ग्रासिम के मर्जर को मिली मंजूरी

नई दिल्ली - आदित्य बिड़ला नूवो (एबी नूवो) और ग्रासिम के मर्जर को मंजूरी मिल गई है. इनके बीच मर्जर के लिए इन कंपनियों के बोर्ड की मंजूरी मिल गई है. मर्जर की शर्तों के तहत फाइनेंशियल कारोबार एबीएफएसएल में डीमर्ज होगा और एबीएफएसएल यानी आदित्य बिड़ला फाइनेंशियल सर्विसेज को मर्जर के बाद लिस्ट कराया जाएगा.

गौरतलब है कि आदित्य बिड़ला नूवो मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में काम करती है और इसके साथ 5 क्षेत्र फाइनेंशियल सर्विसेज, फैशन एंड लाइफस्टाइल, टेलीकॉम, आईटी-आईटीस और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में काम करती है. वहीं ग्रासिम सीमेंट, टेक्सटाइल, कैमिकल्स और विस्कोस स्टेपल फाइबर सेगमेंट में काम करने वाली दिग्गज कंपनी है

इस मर्जर की शर्तों के तहत एबी नूवो का फाइनेंशियल कारोबार एबीएफएसएल में डीमर्ज होगा. वित्त वर्ष 2018 तक दोनों कंपनियों का मर्जर पूरा हो जाएगा. मर्जर के बाद जून 2017 तक एबीएएफएसएल को लिस्ट कराया जाएगा. आदित्य बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला ने इस मौके पर कहा कि इस सौदे को सीसीआई (कॉम्पटीशन कमीशन ऑफ इंडिया) की मंजूरी मिलने में कोई दिक्कत नहीं होगी. वहीं इस रीस्ट्रक्चरिंग से कारोबार करने में आसानी होगी.

मर्जर के बाद ग्रासिम के 1 शेयर के बदले एबी नूवो के 7 शेयर मिलेंगे. एबी नूवो के शेयरधारकों को एबीएफएसएल में 210 शेयर मिलेंगे. एबी नूवो के 100 शेयर के बदले ग्रसिम के 30 शेयर मिलेंगे.मर्जर के बाद होल्डिंग कंपनी में 17 फीसदी शेयरहोल्डिंग प्रमोटरों के पास रहेगा और इसमें से 57 फीसदी ग्रासिम के पास और बाकी 26 फीसदी शेयरधारकों के पास रहेगी. ग्रासिम का नाम बदलकर न्यू ग्रासिम होगा और ग्रासिम सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी बन जाएगी.

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